21 February, 2019

एलोवेरा की खेती करके किसान भाई कर सक्तेब है बहुत अच्छी कमाई |


एलोवेरा से हमारे किसान भाई बहुत अच्छी कमाई कर रहे हैं  एलोवेरा की एक एकड़ खेती से आसानी से 5- 7 लाख रुपए कमाए जा सकते हैं। इस खेती के लिए कुछ जानकारियां होना जरूरी हैं, वर्ना फायदे की जगह नुकसान हो सकता है। सही भूमि का चयन, पानी और नमी वाली जगह ये बातें आपको एलोवेरा की खेती के दौरान ध्यान में रखनी होंगी।

एलोवेरा जिसे घृत कुमारी कहा जाता है इसके बहुत फायदे हैं। जिस तरह से एलोवेरा की मांग बढ़ती जा रही है ये किसानों के लिए बहुत फायदे का सौदा है। इसकी खेती कर और इसके प्रोडक्ट बनाकर दोनों तरह से अच्छी कमाई की जा सकती है। लेकिन इसके लिए थोड़ी सवाधानियां बरतनी होंगी। किसानों को चाहिए कि वो कंपनियों से कंट्रैक्ट कर खेती करें और कोशिश करें की पत्तियों की जगह इसका पल्प बेंचे।'

बरसात और ठंड के मौसम में एलोवेरा के खेती में ज़्यादा पानी के आवश्यकता नहीं होती। अगर मौसम गर्मी का है तो पंद्रह दिन में एक बार पानी जरूर दें। एलोवेरा की 1 एकड़ खेती से आसानी से 5 से 7 लाख रुपए कमाए जा सकते हैं। अभी बाबा रामदेव की पतंजलि सहित कई कंपनियां एलोवेरा खरीद रही हैं। एलोवेरा पर अभी तक किसी ख़ास रोग का प्रभाव सामने नहीं आया है।

अगर आप एलोवेरा की प्रोसेसिंग यूनिट लगाना चाहते हैं तो केंद्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान (सीमैप) कुछ-कुछ महीनों पर ट्रेनिंग करता है। इसका रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन होता है और निर्धारित फीस के बाद ये ट्रेनिंग ली जा सकती है

एलोवेरा की खेती में बड़ी बातें

  • हेल्थकेयर, कॉस्मेटिक और टेक्सटाइल में भी एलोवेरा का इस्तेमाल
  • हर्बल दवा बनाने वाली कंपनियों में होता है सबसे ज्यादा इस्तेमाल
  • कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग कर खेती करना किसानों के लिए फायदेमंद
  • पतंजलि, डाबर, बैद्यनाथ, रिलायंस कई बड़ी कंपनियां हैं बड़ी ग्राहक
  • किसानों से सीधे भी पल्प और पत्तियां खरीदती हैं कंपनियां
  • पल्प निकालने या सीधे प्रोडक्ट बनाने की लगा सकते हैं प्रोसेसिंग यूनिट
  • पल्प निकालकर बेचने पर 4 से 5 गुना ज्यादा मुनाफा होता है
  • देश के कई राज्यों में हो रही है एलोवेरा की खेती
  • एलोवेरा की प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के लिए सीमैप में दी जाती है ट्रेनिंग
  • अपने जिले में FCCI से लाइसेंस लेकर शुरु कर सकते हैं अपना रोजगार
  • सीएसआईआर-केंद्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान भी देता है ट्रेनिंग
  • एक एकड़ में करीब 16 हजार पौधे लगते हैं। (जानकारों के मुताबिक)
  • एलोवेरा के जूस की मांग बढ़ने से घृत कुमारी का जूस निकालने की छोटी मशीनें डिमांड में हैं।


सावधानियां

  • शुरुआत में कंपनियों से समझौता (कॉन्ट्रैक्ट) कर ही करें खेती
  • 8 से 18 महीने में पहली कटाई करने की सलाह देते हैं जानकार
  • एलोवेरा की कटी पत्तियों को 4-5 घंटे में प्रोसेसिंग यूनिट तक पहुंचना जरूरी
  • कभी न लगाएं कटाई के बाद एलोवेरा की पत्तियों का ढेर
  • जलभराव वाले इलाकों में न करें खेती