02 March, 2019

प्राकृतिक खेती किसानों का भविष्य हैः राज्यपाल



मुज़फ्फरनगर के सिसोली में आज किसान पंचायत को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने  कहा कि किसान वास्तविकता में स्वयं कृषि वैज्ञानिक हैं, जिन्होंने सदियों तक समाज को पोषित किया है तथा अपना योगदान दिया है।

राज्यपाल ने प्राकृतिक खेती के बारे में विस्तृत जानकारी दी तथा जीवनअमृत को तैयार करने के बारे बताया। उन्होंने कहा कि किसानों को रसायनिक तथा जैविक दोनों तरह की खेती का अनुभव है तथा इनके परिणाम उनके समक्ष हैं, इसलिए वह किसानों को शून्य लागत प्राकृतिक खेती को अपनाने की सलाह दे रहे हैं।

भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय प्रधान चौधरी नरेश टिकैत ने इस अवसर पर राज्यपाल का स्वागत किया तथा किसान समुदाय के कल्याण के लिए प्राकृतिक खेती के मॉडल की पहल करने के लिए उनका आभार व्यक्त किया।

   राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने  कहा कि किसानों से सरल तथा पारम्परिक खेती का अनुसरण करने का आग्रह किया। इस खेती में किसी प्रकार का खर्चा शामिल नहीं है, क्योंकि यह शून्य लागत प्राकृतिक खेती है। उन्होंने कहा कि उन्होंने स्वयं अपनी 200 एकड़ भूमि पर इस खेती का कार्यान्वयन किया है तथा इस भूमि में उपजी फसलों के लिए निरतंर अच्छे दाम पाए हैं। खाद्यानों की गुणवत्ता उत्कृष्ट तथा मनुष्य उपभोग के लिए सर्वश्रेष्ठ है।